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RAJASTHAN STATE FORWARD BLOC
4658, BURAD HOUSE,
4658, BURAD HOUSE,
BERI-KA-BAS,
KGB-KA-RASTA,
JOHARI BAZAR,
JAIPUR-302003
09001060013
अवाम को बेजा परेशान करने वालों पर एस्मा/रासुका लगाया जाये!
जयपुर - ऑल इण्डिया फारवर्ड ब्लाक की राजस्थान स्टेट कमेटी ने मांग की है कि गैरजुम्मेदारान तरीके से बार-बार हड़ताल पर जा कर मरीजों को परेशान करने वाले रेजीडेंट डॉक्टरों के खिलाफ रेस्मा/एस्मा के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत सख्त कार्यकारी कर अवाम को जीवन सुरक्षा का संवैधानिक अधिकार तत्काल बहाल किया जाये।
फारवर्ड ब्लाक के स्टेट जनरल सेके्रटरी हीराचंद जैन ने बताया कि राज्य की राजधानी जयपुर में आज से रेजीडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं, जबकि जयपुर सहित राज्य के अधिकांश शहरों में इन रेजीडेंट डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने का कोई प्रत्यक्ष कारण सामने नजर नहीं आ रहा है।
बीकानेर में रेजीडेंट डॉक्टरों और स्थानीय निवासियों के बीच जो कथित मारपीट और भूख हड़ताल प्रकरण है वह स्थानीय स्तर का है केवल बीकानेर के रेजीडेंट डॉक्टरों के पक्ष को मजबूत करने के लिये दबाव बनाने के लिये राजधानी जयपुर और अन्य शहरों में रेजीडेंट डॉक्टर गैरजुम्मेदारान तरीके से हड़ताल पर जाने की धमकी दे रहे हैं, जोकि आम अवाम को अमानवीय पीड़ा पहुंचाने वाला और नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों का हनन है।
फारवर्ड ब्लाक ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की है कि रेजीडेंट डॉक्टरों की गैरजुम्मेदारान हड़ताल से आम मरीज बेहद परेशान है, आवश्यक आपरेशन भी टाल दिये गये हैं। अत: चुनावों में नफा-नुकसान की राजनीति से अलग हट कर, अवाम के जीवन से खिलवाड़ करने वाले रेजीडेंट डॉक्टरों के खिलाफ रेस्मा/एस्मा और रासूका के तहत सख्त कार्यवाही कर अवाम को राहत पहुंचाई जाये।
विनित,बीकानेर में रेजीडेंट डॉक्टरों और स्थानीय निवासियों के बीच जो कथित मारपीट और भूख हड़ताल प्रकरण है वह स्थानीय स्तर का है केवल बीकानेर के रेजीडेंट डॉक्टरों के पक्ष को मजबूत करने के लिये दबाव बनाने के लिये राजधानी जयपुर और अन्य शहरों में रेजीडेंट डॉक्टर गैरजुम्मेदारान तरीके से हड़ताल पर जाने की धमकी दे रहे हैं, जोकि आम अवाम को अमानवीय पीड़ा पहुंचाने वाला और नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों का हनन है।
फारवर्ड ब्लाक ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की है कि रेजीडेंट डॉक्टरों की गैरजुम्मेदारान हड़ताल से आम मरीज बेहद परेशान है, आवश्यक आपरेशन भी टाल दिये गये हैं। अत: चुनावों में नफा-नुकसान की राजनीति से अलग हट कर, अवाम के जीवन से खिलवाड़ करने वाले रेजीडेंट डॉक्टरों के खिलाफ रेस्मा/एस्मा और रासूका के तहत सख्त कार्यवाही कर अवाम को राहत पहुंचाई जाये।
हीराचंद जैन
जनरल सेक्रेटरी
क्रमांक : आरएसएफबी/प्रेस विज्ञप्ति/2013 दिनांक : 17 सितम्बर, 2013